रंगरेजा
हमसे करे दिल की बात
चिन्तन मंथनमाँ की ममता
शिमला राज्य में होली का त्यौहार
चारित्र चक्रवर्ती आचार्य शांतिसागर जी महाराज पर तिर्यंचोंकृत उपसर्गों के प्रसंग
ग़ज़ल
शुभ प्रभात
"प्रीत एक वरदान प्रिय, जिसे मिले वो धन्य। मिल जाए मनमीत जब, और न भाए अन्य।" Attachments area
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जिसे मिले वो धन्य।
मिल जाए मनमीत जब,
और न भाए अन्य।" डॉ 'अरुण '
जापान के करीब 1200 जापानियों ने मांसाहार छोड़कर जैन धर्म अंगीकार किया है।
हमें मंदिर और तीर्थ स्थानों पर मोबाइल लेकर क्यों नहीं जाना चाहिए
धोती दुपट्टे में ही भगवान का अभिषेक पूजन क्यों किया जाता है
शाल श्रीफल के स्थान पर विद्वानों को भेंट किये हेलमेट
70 खम्बो वाला मंदिर
70 खम्बो वाला मंदिर
सुबह का सूरज*
सुबह का सूरज* सुबह का सूरज मेरे रोशनदान से झांकता है छुप छुप कर जब भी देखता है मुझसे मिलने की चाह लिए मुझे पता लग जाता है यह मेरे मायकेमेरे घर से मिलकर आया है यही एक तो है जिससे मैं पूछ लेती हूं सबके हालचाल उठ जाती हूं सुबह सूरज आएगा आएगी मां की आवाज नहा धो लो भगवान की पूजा करो नाश्ता तैयार करती हूं मैं आवाज में खोती हूं जब तक सूरज को देखती हूं आ जाती है दूसरी आवाज नाश्ता तैयार नहीं हुआ क्या ? बाद में देना जल पूजना बाद में भगवान को अधरों पर जम जाता है तभी एक सवाल सूरज तुम ही बताओ यह क्या हो गया ? सारा माहौल कैसे बदल गया? हम सबके बीच से भगवान कहां और क्यों चला गया? डॉ ममता जैन,पुणे |
सम्पादक की कलम से
सामजिक सौहार्द सिखाते हैं पर्व
गिरनार जी में विद्वत संगोष्ठी संपन्न
*केंद्रीय जेल सागर में हो रही सिद्धों की आराधना*
*केंद्रीय जेल सागर में हुई सिद्धों की आराधना* ब्र. अरुण भैया के नेतृत्व में समाज जन श्रीजी को *केन्द्रीय सागर जेल* में विधान पांडाल में लेकर गए और समवशरण में उच्च स्थान दिया तदुपरांत विधान की विधिवत क्रियाएं संपन्न हुईं। आज प्रातः कालीन बेला ऐसा ही दृश्य सामने आया जब *जैन बंदीजन* को श्री जी का अभिषेक करने के अवसर प्राप्त हुआ तो *जलधारा करते करते उन कैदियों की आँखों से निकली अश्रुधारा* _ *ब्र. रेखा दीदी* ने कुछ पंक्तियाँ उद्धरित की *“जो ना अब तक किया*, *कर दिखायेंगे हम।*, *गैरों को गले से लगायेंगे हम* *अपने हिंदुस्तान को* *प्रभु की कसम..* *फिरसे सोने की चिड़ियाँ बनायेंगे हम।* *✍पुष्पेन्द्र जैन नैनधरा सागर*
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मीडियाकर्मियों का कवि सम्मेलन-मुशायरा सम्पन्न, पत्रकारों को किया सम्मानित*
राष्ट्रीय साक्षरता मिशन
रब
चिन्तन
माँ बदल रही है
प्रतिदिन
कार्यशाला का आयोजन
वेलेंटाइन डे और भारत
सम्पादक की कलम से
सच्चाई
शुभ प्रभात
दुख पाएँगे आप।
आग जलाता जो सखे,
वही झेलता ताप। डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा 'अरुण '
विमोचन
स्नेह मिलन
6-2-2020को अजमेर में महिला महा समिति द्वारा जिला स्तरीय स्नेह मिलन कार्य क्रम का सफल आयोजन किया गया ।
इस कार्यक्रम में अजमेर जिले के किशनगढ़ संभाग ने हास्य नाटिका, नसीराबाद संभाग ने डांडिया, ब्यावर संभाग ने देश भक्ति,केकडी संभाग ने बसंती धूम, दूदू संभाग ने पंजाबी धूम, अजमेर सभांग ने राजस्थानी थीम पर अपना सास्कृतिक कार्यक्रम दिया ।इस तरह से समस्त संभागो ने🤝 एकता में अनेकता 🤝की प्रस्तुति दी।संभागो का उत्साह देखने लायक था ।
रेललाइनशुरू
पारसनाथ 🛤 मधुबन गिरिडीह ३५ km की रेल लाइन का काम शुरू हो गया है❗ यह जानकारी भारतीय जनता पार्टी के रेल मंत्री पीयूष जी गोयल द्वारा दी गई 🙏😊
🛤 रेल लाइन का कार्य पूर्ण होने पर सीधे मधुबन सम्मेद शिखरजी तक ट्रैन द्वारा पहुँच सकते हैं
दिव्यांग को रोजगार
दिव्यांग मानव सेवा महिला महासमिति जबलपुर संभाग द्वारा दिव्यांग सुरेन्द्र चक्रवर्ती भीख माँगता था उसे प्रेरित कर सब्जी की दुकान लगवाई और मंदिर जी मे आजीवन शराब और माँस भक्षण का त्याग करवाकर रोजगार करवाया।
अध्यक्ष प्रीतिपाली जबलपुर संभाग
प्रतियोगिता
आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के नाम एक और कीर्तिमान बन गया
गणतंत्र दिवस पर झुग्गी झोपडी में बच्चो को बांटी मिठाई
गणतंत्र दिवस पर झुग्गी झोपडी में बच्चो को बाटी मिठाई
शुभचिंतक फाउण्डेशन ट्रस्ट द्वारा गणतंत्र दिवस पर मलिन बस्ती में बच्चो के साथ ध्वजारोहण किया गया ,बच्चों ने राष्ट्र गान गाया, खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लिया। सभी बच्चों को पारितोषिक दिए गए एवं मिष्टान्न वितरित किया गया
लोकसभा में प्रधानमंत्री की घोषणा के 4 घंटे बाद ट्रस्ट के 15 सदस्यों की जानकारी सामने आई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राम मंदिर ट्रस्ट के बारे में घोषणा की थी। इसके 4 घंटे बाद ट्रस्ट से जुड़े 15 सदस्यों के बारे में जानकारी सामने आई। अयोध्या विवाद में हिंदू पक्ष के मुख्य वकील रहे 92 वर्षीय के. पाराशरण को ट्रस्टी बनाया गया है। उनके अलावा एक शंकराचार्य समेत 5 सदस्य धर्मगुरु ट्रस्ट में शामिल हैं। अयोध्या के पूर्व शाही परिवार के राजा विमलेंद्र प्रताप मिश्रा, अयोध्या के ही होम्योपैथी डॉक्टर अनिल मिश्रा और कलेक्टर को ट्रस्टी बनाया गया है।
पहले कहा जा रहा था कि चार शंकराचार्यों को इस ट्रस्ट में शामिल किया जाएगा, लेकिन सरकार ने ट्रस्ट में सिर्फ प्रयागराज के ज्योतिषपीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज को शामिल किया गया है। ट्रस्ट में निर्मोही अखाड़े को भी जगह दी गई है, लेकिन अखाड़े के महंत दिनेंद्र दास को ट्रस्ट की मीटिंग में वोटिंग का अधिकार नहीं होगा।
ये होंगे ट्रस्टी
1. के पाराशरण: सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील हैं। इन्होंने अयोध्या मामले में 9 साल हिंदू पक्ष की पैरवी की। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी सरकार में अटॉर्नी जनरल रहे। पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित।
2. जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वतीजी महाराज (प्रयागराज): बद्रीनाथ स्थित ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य। हालांकि, इनके शंकराचार्य बनाए जाने पर विवाद भी रहा। ज्योतिष मठ की शंकराचार्य की पदवी को लेकर द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने हाईकोर्ट में केस दाखिल किया था।
3. जगतगुरु मध्वाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ जी महाराज: कर्नाटक के उडुपी स्थित पेजावर मठ के 33वें पीठाधीश्वर हैं। दिसंबर 2019 में पेजावर मठ के पीठाधीश्वर स्वामी विश्वेशतीर्थ के निधन के बाद पदवी संभाली।
4. युगपुरुष परमानंद जी महाराज: अखंड आश्रम हरिद्वार के प्रमुख। वेदांत पर 150 से ज्यादा किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। इन्होंने साल 2000 में संयुक्त राष्ट्र में आध्यात्मिक नेताओं के शिखर सम्मेलन को संबोधित किया था।
5. स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज: महाराष्ट्र के अहमद नगर में 1950 में जन्म हुआ। रामायण, श्रीमद्भगवद्गीता, महाभारत और अन्य पौराणिक ग्रंथों का देश-विदेश में प्रवचन करते हैं। स्वामी गोविंद देव महाराष्ट्र के विख्यात आध्यात्मिक गुरु पांडुरंग शास्त्री अठावले के शिष्य हैं।
6. विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा: अयोध्या राजपरिवार के वंशज। रामायण मेला संरक्षक समिति के सदस्य और समाजसेवी। 2009 में बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, हारे। इसके बाद कभी राजनीति में नहीं आए।
7. डॉ. अनिल मिश्र, होम्पयोपैथिक डॉक्टर: मूलरूप से अंबेडकरनगर निवासी अनिल अयोध्या के प्रसिद्ध होम्योपैथी डॉक्टर हैं। वे होम्योपैथी मेडिसिन बोर्ड के रजिस्ट्रार हैं। मिश्रा ने 1992 में राम मंदिर आंदोलन में पूर्व सांसद विनय कटियार के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अभी संघ के अवध प्रांत के प्रांत कार्यवाह भी हैं।
8. श्री कामेश्वर चौपाल, पटना (एससी सदस्य): संघ ने कामेश्वर को पहले कारसेवक का दर्जा दिया है। उन्होंने 1989 में राम मंदिर में शिलान्यास की पहली ईंट रखी थी। राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका और दलित होने के नाते उन्हें यह मौका दिया गया। 1991 में रामविलास पासवान के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा।
9. बोर्ड ऑफ ट्रस्टी द्वारा नामित एक ट्रस्टी, जो हिंदू धर्म का हो।
10. बोर्ड ऑफ ट्रस्टी द्वारा नामित एक ट्रस्टी, जो हिंदू धर्म का हो।
11. महंत दिनेंद्र दास: अयोध्या के निर्मोही अखाड़े के अयोध्या बैठक के प्रमुख। ट्रस्ट की बैठकों में उन्हें वोटिंग का अधिकार नहीं होगा।
12. केंद्र सरकार द्वारा नामित एक प्रतिनिधि, जो हिंदू धर्म का होगा और केंद्र सरकार के अंतर्गत भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) का अफसर होगा। यह व्यक्ति भारत सरकार के संयुक्त सचिव के पद से नीचे नहीं होगा। यह एक पदेन सदस्य होगा।
13. राज्य सरकार द्वारा नामित एक प्रतिनिधि, जो हिंदू धर्म का होगा और उत्तर प्रदेश सरकार के अंतर्गत भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) का अफसर होगा। यह व्यक्ति राज्य सरकार के सचिव के पद से नीचे नहीं होगा। यह एक पदेन सदस्य होगा।
14. अयोध्या जिले के कलेक्टर पदेन ट्रस्टी होंगे। वे हिंदू धर्म को मानने वाले होंगे। अगर किसी कारण से मौजूदा कलेक्टर हिंदू धर्म के नहीं हैं, तो अयोध्या के एडिशनल कलेक्टर (हिंदू धर्म) पदेन सदस्य होंगे।
15. राम मंदिर विकास और प्रशासन से जुड़े मामलों के चेयरमैन की नियुक्ति ट्रस्टियों का बोर्ड करेगा। उनका हिंदू होना जरूरी है।
नियम: जो ट्रस्टी हैं उनकी ओर से (सीरियल नंबर 2 से 8 तक के) 15 दिन में सहमति मिल जानी चाहिए। ट्रस्टी नंबर 1 इस दौरान ट्रस्ट स्थापित कर अपनी सहमति दे चुका होगा। उसे सीरियल नंबर 2 से सीरियल नंबर 8 तक के सदस्यों की तरफ से ट्रस्ट बनने के 15 दिन के अंदर सहमति ले लेनी होगी।
चार वर्तमान व एक समाधिस्थ मुनिराज को आचार्य पद
सोनकच्छ। विगत 29 नवम्बर 2019 को मध्य प्रदेश में पुष्पगिरी तीर्थ पर श्रीमज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के तप कल्याणक के दिन पुष्पगिरी तीर्थ प्रणेता आचार्य श्री पुष्पदंतसागर जी महाराज द्वारा 12 विद्वानों, 11 प्रतिष्ठाचार्यों, 11 पत्रकारों व समाजनों की साक्षी में अपने चार वर्तमान एवं एक समाधिस्थ शिष्य को आचार्य पद पर प्रतिष्ठित किया गया। सबसे पहले आचार्यश्री पुष्पदंत सागर जी महाराज ने समाधिस्थ शिष्य मुनि श्री तरुणसागर जी को आचार्य पद प्रदान किया, तदुपरान्त अंतर्मना मुनि श्री प्रसन्नसागर जी महाराज, राष्ट्रसंत मुनि श्री पुलकसागर जी महाराज, मुनि श्री प्रमुखसागर जी महाराज और मुनि श्री प्रणामसागर जी महाराज को आचार्य पद प्रदान किया। आचार्य श्री पुष्पदंत सागर जी महाराज ने कहा है कि 'आज पुष्पगिरी पर मुनि श्री प्रज्ञासागर जी महाराज, मुनि श्री सौरभसागर जी महाराज, मुनि श्री अरुणसागर जी महाराज उपस्थित नहीं हैं पर मैं यहाँ घोषणा करता हूँ कि जैसे ही उनका आगमन पुष्पगिरी तीर्थ पर होगा या मुझ से मिलन होगा, उस दिन इन सभी मुनियों को भी आचार्य पद प्रदान किया जाएगा। अब से आचार्य श्री पुष्पदंतसागर जी महाराज को 'गणाचार्य' कहा जायेगा।
जैन इतिहास में शायद यह प्रथम बार है कि किन्ही समाधिस्थ मुनिराज को आचार्य पद प्रदान किया गया। आचार्य पद प्रदान की अनुमोदना में 12 विद्वान् सर्वश्री डाॅ. भागचन्द्र जैन 'भास्कर'-नागपुर, डाॅ. श्रेयांसकुमार जैन-बड़ौत, डाॅ. सुशील जैन-मैनपुरी, डाॅ. नरेन्द्रकुमार जैन-गाजियाबाद, डाॅ. फूलचन्द्र जैन 'प्रेमी'-वाराणसी, डाॅ. कमलेश जैन-वाराणसी, डाॅ. सनतकुमार जैन-जयपुर, डाॅ. जयकुमार जैन-मुजफ्फरनगर, डाॅ. अशोक जैन-वाराणसी, डाॅ. अनुपम जैन-इन्दौर, पं. विनोद जैन-रजवांस, डाॅ. आशीष जैन आचार्य-शाहगढ़ उपस्थित रहे।
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