*स्त्री 

स्त्री 

 

*स्त्री यदि बहन है*

*तो प्यार का दर्पण है ||*

*स्त्री यदि पत्नी है*

*तो खुद का समर्पण है ||*

*स्त्री अगर भाभी है*

*तो भावना का भंडार है ||*

*मामी मौसी बुआ है*

*तो स्नेह का सत्कार है ||*

*स्त्री यदि काकी है*

*तो कर्तव्य की साधना है||*

*स्त्री अगर साथी है* 

*तो सुख की शतत संभावना है ||*

 

*और अंतिम पंक्ति......*

 

*स्त्री यदि "माँ" है*

*तो साक्षात "परमात्मा" है।।।*

 

--दीपक पालावत 

 

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