बारिश में भीगती लड़की

 

सड़क के बीचों बीच

तेज बारिश में

भीगती हुई वो लड़की

कर रही थी

व्यर्थ सी कोशिश

बारिश में बुरी तरह

भीग चुके अपने

कपड़ों में से झांकते

अपने सुकोमल से

अंग प्रत्यंग को

छिपाने की

जमाने भर की

गिद्ध नजरों से

बस जाने की

तेज तेज कदमों से

अपनी मंजिल पे

पहुंच जाने की

पर उसका निचुड़ता जिस्म तो

सबकी नजरों में

जैसे बारिश में नहाती

किसी फिल्म अभिनेत्री सा

बना हुआ था

सबके आकर्षण का केंद्र

कोई क्या जाने

उस वक्त क्या चल रहा था

बारिश में भीगती हुई

अकेली लड़की के अंदर

वो कर रही थी

व्यर्थ सी कोशिश

अपना भीग चुका वक्ष स्थल

भीगे चुनर से छुपाने की

दूर कहीं दूर जा

वासना के भूखे

भेड़ियों की

लोलुप नजरों से

बच जाने की

अपनी इज्जत को

तार तार होने से बचाने की

सही सलामत

अपने घर को लौट जाने की

 

यशेद्रा भारद्वाज यशी

जिला गाजियाबाद

उत्तर प्रदेश