बेचारा हार्ट
कहा जाता है कि हार्ट अटैक से बचने के लिए हर रोज गर्म पानी पीएँ।और भी बहुत सारे नुस्खे बता दिए जाते हैं।इसके लिए तो सभी जागरूक हैं लेकिन बीमारी की जड़ तक हम नहीं पहुँच पा रहे हैं ।ना खुल कर हँसना ,ना जोर से बोलना ,ना किसी को जोर से आवाज लगाना, ना दौड़ना भागना ।अब आप ही बताइए काॅलस्ट्राल बर्न कैसे हो ? ये सब हमारी तहजीब के खिलाफ हो गई हैं।
> दूसरा कारण इमोशन, रिलेशनशिप हैं जिनकी गर्माहट बेचारे हार्ट को मिलती ही नहीं ।वे हार्ट को हर्ट करते जा रहे हैं और रिश्ते बर्फ की तरह हार्ट ब्लाॅक करते जा रहे हैं ।इसका उपाय खोजना ज्यादा जरूरी है ।हार्ट सर्जरी से पहले रिश्तों की सर्जरी अति आवश्यक है ।एक दिल को दिल से जोड़ने की कोशिश करता है और दूसरा उस पर अटैक कर देता है ।अब आप ही बताइए सर्जरी किसकी करें ? 'एलोपैथी' की जगह हमें 'होम पैथी' की जरूरत है जो होम (घर) को हार्ट अटैक के लक्षणों से मुक्ति दिलाए। विचारणीय ये है कि हमें नुस्खे चाहिए या रिश्ते ।
हँसे, बोलें, प्रसन्न रहें ।
> सुशीला शर्मा
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