मुझे ठीक से याद नहीं है कि मैने कब पढा था *पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोय *ढाई अक्षर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय* 

अब पता लगा ये ढाई अक्षर क्या है-

 

*ढाई अक्षर के ब्रह्मा और ढाई अक्षर की सृष्टि*

*ढाई अक्षर के विष्णु और ढाई अक्षर की लक्ष्मी*

*ढाई अक्षर के कृष्ण और ढाई अक्षर की कान्ता।(राधा रानी का दूसरा नाम)*

 

*ढाई अक्षर की दुर्गा और ढाई अक्षर की शक्ति*

*ढाई अक्षर की श्रद्धा और ढाई अक्षर की भक्ति*

*ढाई अक्षर का त्याग और ढाई अक्षर का ध्यान*

 

*ढाई अक्षर की तुष्टि और ढाई अक्षर की इच्छा*

*ढाई अक्षर का धर्म और ढाई अक्षर का कर्म*

*ढाई अक्षर का भाग्य और ढाई अक्षर की व्यथा*

 

*ढाई अक्षर का ग्रन्थ और ढाई अक्षर का सन्त*

*ढाई अक्षर का शब्द और ढाई अक्षर का अर्थ*

*ढाई अक्षर का सत्य और ढाई अक्षर की मिथ्या*

 

*ढाई अक्षर की श्रुति और ढाई अक्षर की ध्वनि*

*ढाई अक्षर की अग्नि और ढाई अक्षर का कुण्ड*

*ढाई अक्षर का मन्त्र और ढाई अक्षर का यन्त्र*

 

*ढाई अक्षर की श्वांस और ढाई अक्षर के प्राण*

*ढाई अक्षर का जन्म ढाई अक्षर की मृत्यु*

*ढाई अक्षर की अस्थि और ढाई अक्षर की अर्थी*

 

*ढाई अक्षर का प्यार और ढाई अक्षर का युद्ध*

*ढाई अक्षर का मित्र और ढाई अक्षर का शत्रु*

*ढाई अक्षर का प्रेम और ढाई अक्षर की घृणा*

 

*जन्म से लेकर मृत्यु तक हम बंधे हैं ढाई अक्षर में।* 

*हैं ढाई अक्षर ही वक़्त में और ढाई अक्षर ही अन्त में।*

 *समझ न पाया कोई भी है रहस्य क्या ढाई अक्षर में।*


 

मधुबाला