रिश्ते बड़े या पैसा
राम और श्याम दोनों बहुत ही अच्छे दोस्त थे ।
राम की पत्नी बहुत ही समझदार
और पॉजिटिव सोच रखती थी जिससे उसका परिवार बहुत ही सुखी था। राम की पत्नी ने करवा चौथ का व्रत रखा था लेकिन वह हमेशा की तरह चेहरे पर मुस्कान लिए सास ,ससुर ,देवर सबकी सेवा मे लगी थी। रात के समय जब ,अपने पति के हाथ व्रत छोड़ा। तो राम ने अपनी पत्नी से कहा मैं बहुत शर्मिंदा हूँ। कि मैं तुम्हारे लिए एक भेंट भी न ला सका। तो उसकी पत्नी ने कहा आपने तो इतना अच्छा परिवार दिया है ।सास ,ससुर ,देवर और आपका प्यार मेरे साथ है, इससे बड़ा क्या तोहफा होगा।
इधर शाम की पत्नी ने भी करवा चौथ का व्रत रखा था, लेकिन वह अपने पति से नाराज थी कि उसके लिए डायमंड का सेट नहीं लाए ।
फिर श्याम की पत्नी ने राम की पत्नी को फोन किया और पूरा वृतांत बताया। तो उसने समझाया की सबसे बड़ा तोहफा तो यह रिश्ते होते हैं ,यह अनमोल होते हैं ।पैसे तो आते जाते हैं ,इन रिश्तो को संजोके रखो। उसको बहुत पश्चाताप हुआ अपने पति से माफी मांगी और खुशी खुशी अपने परिवार के साथ रहने लगी।
मुस्कान बच्चानी
बिलासपुर छत्तीसगढ़
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