शिक्षा बहुत जरुरी है  

 

सुनलो बहना मेरा कहना , शिक्षा है जरुरी 

अनपढ़ रहकर कैसे जीती , देखी है मज़बूरी 

 

काला अक्षर भैंस बराबर , मेरे समझ न आए

आँखें अपनी नीची करके , कितने आंसू बहाए

पढ़ना -लिखना सीखा होता , सर ऊँचा हो जाता

उल्टा -सीधा कौन कहता , शान से जीना होता

 

बड़े शान से सही करती , अंगूठे से दूरी

सुनलो बहना मेरा कहना , शिक्षा है जरुरी 

अनपढ़ रहकर कैसे जीती , देखी है मज़बूरी

 

 

बस रेल समझ न आए , कहाँ जाना कौन बताये 

भागम भाग चलती रहती, किससे पूछा जाए 

उलटे-सीधे रास्तों पर , कुछ समझ न आए 

मोटे अक्षर देख देख कर , अपना मुंह छुपाये

 

बड़े मजे से सौदा करती , हसरत करती पूरी 

सुनलो बहना मेरा कहना , शिक्षा है जरुरी 

अनपढ़ रहकर कैसे जीती , देखी है मज़बूरी

 

पढ़ लिख कर मैं आगे बढ़ती , बच्चो को पढ़ाती

अच्छा बुरा क्या दुनिया में , सबको मैं समझाती

शिक्षा का विश्वास जगता, आगे कदम बढाती 

अज्ञान का अँधेरा हटता, ज्ञान की ज्योति जलाती

 

बैंक डाकखाना जाती , शिक्षा ना हो अधूरी 

सुनलो बहना मेरा कहना , शिक्षा है जरुरी 

अनपढ़ रहकर कैसे जीती , देखी है मज़बूरी 

 

श्याम मठपाल ,उदयपुर