15 अगस्त ,,,झारखण्ड की राजधानी राँची में प. पू. जिनश्रुत मनीषी श्रमण श्री विशल्यसागर जी मुनिराज के
1008 पार्श्व नाथ भगवान का निर्वाण महामहोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। शिखरजी की भव्य प्रतिकृति बनाई ओर साक्षात स्वर्णभद्र कूट पर लाडू चढ़ाने का आनंद प्राप्त किया
पूज्य महराजश्री ने निर्वाण कल्याण महोत्सव का महत्व बताया भक्ति संगीत के साथ पूजा आरती की गई
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