खुले पैसों की अपनी अलग अहमियत होती है ।पैसों की कीमत समय के साथ साथ बदलती रहती है ,और खुले पैसे भी चलन से बाहर होते रहते हैं, और हो जाते हैं। कभी-कभी नोट भी चलन के बाहर हो जाते हैं। इस बदलाव से अनेक लोगों को नुकसान भी हुआ है। अधिकतर बच्चे गुल्लक में खुले पैसे ही जमा करते हैं। खरीदारी में भी खुले पैसे का महत्व है। आजकल लोग रुपयों को भी पैसा कहते हैं। चलन में बोलचाल में यही कहते हैं। मेरे पास पैसे नहीं है ।उसका मतलब रुपयों से भी होता है ।खुले पैसे और रुपयों के बिना लेनदेन और व्यापार हो ही नहीं सकता ।आजकल चलन में होने वाले खुले पैसे सिक्के वर्तमान में भारत में 50 पैसे ₹1 दो रुपए ₹5 ₹10 ₹20 मूल्य के सिक्के जारी किए जा रहे हैं 50 पैसे तक के सिक्कों को छोटे सिक्के कहा जाता है तथा एक रुपए और उससे अधिक के सिक्कों को रुपया सिक्का कहा जाता है इस प्रकार खुले पैसों की आवश्यकता हर समय रहती है और इनका बहुत महत्व है।
रजनी अग्रवाल जोधपुर
मगसम--राजसमन्द
No comments:
Post a Comment