सूरज है आदर्श हमारा
आलोकित करें जग सारा
सूरज है आदर्श हमारा। जल
अंधियारा जब भी इतराया
सूरज उसको सबक सिखाया।
जर्रे जर्रे में वही विराजित
कण कण उससे है प्रकाशित।
बाबा की महिमा जग जानी
जड़ चेतन के हैं वो स्वामी।।
आशाएं जब है कुम्हलाती
सूरज की नवकिरणें आती।
ऊर्जा का है असीम भंडार
ऊर्जा का करता सतत संचार।
जीव जगत का करता पोषण
कष्ट विकार का करते शोषण।
जीवन का है वही आधार
उनकी महिमा जाने संसार।
रोज सबेरे सूरजमल आते
साथ जादू का पिटारा लाते।
सोयी कलियों को हैं जगाते
जीवन का नवगीत सुनाते।
अंधियारा जिससे है हारा
सूरज है आदर्श हमारा।
मीरा सिंह "मीरा"
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