प्रथम पूज्य आराध्य गजानन
आप पधारें मेरे आँगन ,
मन में , घर में , आप पधारें
निर्विघ्न सब काज संवारें ,
प्रथम आपकी पूजा करते
शुभ संकल्प से कार्य रचते ,
जलतत्व के आप हैं अधिपति
देवताओं के देव गणपति ,
आप सब के हैं सिद्धिदाता
सदा कृपा हो भाग्य विधाता ,
मंगल मूरत सिद्धि विनायक
रिद्धि सिद्धि सँग विध्न विनाशक ,
अधिष्ठात्र देव हैं गणों के
बस ध्यान प्रभु आप चरणों के,
मैं शरण आपकी लम्बोदर
रखिये आशीष आप मुझ पर,
शिव पार्वती के हैं दुलारे
भक्तों के सदैव रखवारे,
मंगल कार्य के शुभ शुभंकर
कष्टों से हो रक्षा हम पर ,
बसी है छवि आपकी मन में
यह शुभ लाभ रहें जीवन में,
पंडालों में देखिये , गणेश विराजमान
श्रद्धा पूजा से करें, हम इनका सम्मान,
हम इनका सम्मान,इनकी कृपा हो जाये
घर में सुख सम्पत्ति, और प्रेम चैन छाये,
कह संजय देवेश,भजन कीर्तन वालों में
अब उनके है संग , नाचता पंडालों में।
संजय गुप्ता देवेशगणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनायें 🙏
विधा चौपाइयाँ + कुंडली
शीर्षक प्रथम पूज्य आराध्य गजानन
प्रथम पूज्य आराध्य गजानन
आप पधारें मेरे आँगन ,
मन में , घर में , आप पधारें
निर्विघ्न सब काज संवारें ,
प्रथम आपकी पूजा करते
शुभ संकल्प से कार्य रचते ,
जलतत्व के आप हैं अधिपति
देवताओं के देव गणपति ,
आप सब के हैं सिद्धिदाता
सदा कृपा हो भाग्य विधाता ,
मंगल मूरत सिद्धि विनायक
रिद्धि सिद्धि सँग विध्न विनाशक ,
अधिष्ठात्र देव हैं गणों के
बस ध्यान प्रभु आप चरणों के,
मैं शरण आपकी लम्बोदर
रखिये आशीष आप मुझ पर,
शिव पार्वती के हैं दुलारे
भक्तों के सदैव रखवारे,
मंगल कार्य के शुभ शुभंकर
कष्टों से हो रक्षा हम पर ,
बसी है छवि आपकी मन में
यह शुभ लाभ रहें जीवन में,
पंडालों में देखिये , गणेश विराजमान
श्रद्धा पूजा से करें, हम इनका सम्मान,
हम इनका सम्मान,इनकी कृपा हो जाये
घर में सुख सम्पत्ति, और प्रेम चैन छाये,
कह संजय देवेश,भजन कीर्तन वालों में
अब उनके है संग , नाचता पंडालों में।
संजय गुप्ता देवेश
No comments:
Post a Comment