🎷राजस्थान के इतिहास में पहली बार एक साथ 19 से अधिक पवित्र जैनेश्वरी दीक्षा


    राष्ट्र गौरव चतुर्थ पट्टाचार्य श्री सुनीलसागर जी यतिराज के 25 वे संयम वर्ष के शुभ अवसर पर विश्व विख्यात अतिशय क्षेत्र श्री अंदेश्वर पार्श्वनाथ जी के दर पर विजयादशमी 15 ऑक्टोम्बर सन 2021 के पावन दिवस पर पूज्य आचार्य भगवन्त के वरदानदायी हस्तकमलो से 19 से अधिक भव्यतमाओ को शुद्ध से बुद्ध-कंकर से शंकर,जीव से जिनेंद्र-प्राणी से परमात्मा व अणुव्रती से महाव्रती बनाने वाली भव्य जैनेश्वरी दीक्षाए होंगी जो पूज्य आचार्य श्री सुनीलसागर जी गुरूराज की छत्रछाया में रहकर संयमी से सिद्धत्व के श्रेष्ठतम लक्ष्य की ओर अग्रसर होंगे।

यह निश्चित ही प्रभु अंदेश्वर पार्श्वनाथ का महान अतिशय व तपस्वी सम्राट के श्रेष्ठशिष्य नन्द आचार्य श्री सुनीलसागर जी गुरूराज की उत्कृष्ट साधना-निस्पृहता,वात्सल्य अनुशासन व तेजोमयी ओरा का प्रभाव है जिससे अनेकानेक भव्यात्मा आपके चरणानुगामी बनकर संयम पथ पर आरूढ़ होना चाहते है।

विजयादशमी 15 ऑक्टोम्बर का दिन सम्पूर्ण राजस्थान के लिए महान पर्व का दिन होगा जो हमेशा हमेशा के लिए जयवंत हो जाएगा क्योकि इतना बड़ा स्वर्णिम सौभाग्य राजस्थान-वागड को मिल रहाहै 

 अवश्य पधारें पधार कर पुण्य लाभ ले

नमनकर्ता-सकल दिगम्बर जैन समाज कुशलगढ़ व श्री सुनीलसागर युवासंघ भारत

प्रेषक-शाह मधोक जैन चितरी


No comments:

Post a Comment

Featured Post

महावीर तपोभूमि उज्जैन में द्वि-दिवसीय विशिष्ट विद्वत् सम्मेलन संपन्न

उज्जैन 27 नवम्बर 2022। महावीर तपोभूमि उज्जैन में ‘उज्जैन का जैन इतिहास’ विषय पर आचार्यश्री पुष्पदंत सागर जी के प्रखर शिष्य आचार्यश्री प्रज्ञ...

Popular