बेटी शुभ सम्मान है,
बेटी है अभिमान,
बेटी से रौनक रहे,
बेटी घर की शान।
बेटी घर की शान ,
सहज सुख का दर्पण है,
सभी सुधारे काम ,
करे सब कुछ अर्पण है ।
नटखट नन्ही बाल ,
भरे खुशियों की पेटी,
बनी रहे मुस्कान ,
रहे खुश हरपल बेटी ।।
-डॉ०शिशुपाल
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