खुशियों के दीप जलाओ घर-घर मौज मनाओ
दिलों की दिवाली आई प्यार भरे गीत गाओ
आओ जी आओ आओ सारे घर वाले आओ
रंगों से रोशन करके दीपों से घर सजाओ
आस्था विश्वास नेह से चंदन थाल सजा लेना
धूप दीप पावन आरती सारे मिलकर गा लेना
सद्भावों की गंगा में प्यार के मोती लुटाना जी
चेहरों पर रौनक आए जगमग दीप जलाना जी
जगमग दीपों से रोशन दिलों में उमंगे छाई हो
खुशहाली से भरी दिवाली धरा खूब मुस्काई हो
भाईचारा सदाचार से खुशियों भरा माहौल हो
हिलमिल सबसे गले मिले मधुर सुहाने बोल हो
रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़
जिला झुंझुनू राजस्थान
No comments:
Post a Comment