बचपन से हो प्यार


सभी के मन में जिंदा नन्हे बच्चे को बाल दिवस पर सादर नमन।

       बच्चों जैसा मन हो सबका

नहीं रहे तकरार।

आओ बचपन की बात करें

बचपन से हो प्यार


भोलापन सबके मन में हो

चालाकी से दूर।

रहे सादगी का मुखड़े पर

मीठा-मीठा नूर।

मिलकर सबमें खुशियाँ बाँटें

रोज़ मने त्योहार

आओ बचपन की बात करें

बचपन से हो प्यार।


जाति-पाति का भेद भुलाकर

साथ रहें इंसान।

बच्चों-सा हो प्रेम मनुज में

करें सभी का मान।

भले मिली हो जीत खेल में

भले मिली हो हार।

आओ बचपन की बात करें

बचपन से हो प्यार।।


झूठे मन से रूठें सबसे

जल्दी जाएँ मान।

छोटी है जीवन की पारी

रहे हमेशा ध्यान।।

हमजोली किस्मत से मिलते

खुशियों के आधार।

आओ बचपन की बात करें

बचपन से हो प्यार।


गिरना-उठना आम बात है

लें हिम्मत से काम।

बच्चों से हम कुछ तो सीखें

हिम्मत से है नाम।।

हिम्मत से जय निश्चित होती

नहीं मानना हार।

आओ बचपन की बात करें

बचपन से हो प्यार।।

झूठ-फरेबी की दुनिया से

रहें हमेशा दूर।

बचपन जैसे दिन पाएँ सब

खुशियों से भरपूर।।

तेरा-मेरा भूल-भालकर

'शिशु'-सम सब स्वीकार।

आओ बचपन की बात करें

बचपन से हो प्यार।।

-शिशुपाल

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