लम्हों की किताब है ज़िदगी
जिसमें अंकित रहता
जीवन-भर का लेखा-जोखा
सुख-दुख, खुशी-ग़म, हानि-लाभ
ख्वाहिशों की एक लंबी फ़ेहरिस्त
ज़रूरतों की अंडरलाइन सूची
कुछ अधूरे सपने
फलित होने को प्रतीक्षारत
और दमित आकांक्षाएं
उद्वेलित करतीं अंतर्मन
आ! आत्मावलोकन कर
इनकी प्राथमिकता की सूची बनाएं
स्वयं को तनाव व अवसाद से बचाएं
जो मिला है, उसमें संतोष पाएं
जो नहीं मिला
उसे पाने का करें सार्थक प्रयास
ताकि चलता रहे खुशी से
ज़िंदगी का यह सिलसिला
डॉ• मुक्ता
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