जिनेन्द्र महार्चना, मुनि दीक्षा एवं शिखरजी अभियान में हजारों श्रद्धालुओं ने भक्तिपूर्वक लिया भाग
अनेक राजनेता एवं देश की शीर्षस्थ कमेटियों ने भाग लिया
दिल्ली। मुनि श्री विहर्ष सागरजी ससंघ के सान्निध्य में तीर्थराज श्रीसम्मेद शिखरजी को पवित्र तीर्थक्षेत्र घोषित कराने के उद्देश्य से 18 दिसंबर 2022 को लालकिला मैदान में भगवान महावीर महार्चना, मुनि दीक्षा का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें देश भर से आए हजारों जैन श्रद्धालुओं ने भाग लिया। मुनिश्री ने कहा कि झारखंड स्थित तीर्थराज श्रीसम्मेद शिखरजी जैनों का सबसे बड़ा सिद्धक्षेत्र है। सरकार को उसे पर्यटन केंद्र न बनाकर पवित्र जैन तीर्थ घोषित करना चाहिए। शिखरजी का एक-एक कण पवित्र है, हम उसका बंटवारा नहीं होने देंगे। जैन समाज विद्रोह में विश्वास नहीं करता है। हम संख्या में भले ही एक प्रतिशत से कम हों, लेकिन सरकार को 24 प्रतिशत टैक्स जैन समाज देता है। सभी क्षेत्रों में जैन समाज का अमूल्य योगदान रहता है। उन्होंने आगे विहर्ष गर्जना के साथ कहा कि आज चैलेंज का दिन है, हम अहिंसावादी हैं, हम किसी को नहीं छेड़ते, यदि कोई हमें छेड़ता है तो हम उसे छोड़ते नहीं।
हमारे देश पर 500 वर्षों तक मुगलों का और 200 वर्ष तक अंग्रेजों का शासन रहा उनमें से किसी ने भी शिखरजी क्षेत्र को नहीं छेड़ा, अब उसे छेड़ने की कोशिश की जा रही है, उसे पर्यटन केंद्र बनाकर अपवित्र करने की कोशिश की जा रही है, जैन समाज यह कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। सरकार को उसे अन्य तीर्थों के भांति पवित्र तीर्थ घोषित करना होगा।
मुनिश्री सुबह 8.15 बजे लाल मंदिर से पूरे संघ के साथ भगवान महावीर की प्रतिमा के साथ लालकिला मैदान के लिए निकले तो नगाड़ों, बैंड बाजों के साथ सैंकड़ों नहीं हजारों श्रावक-श्राविकाएं जैन ध्वज लहराते हुए जय-जयकार करते हुए साथ चल रहे थे और बसों व गाड़ियों में दिल्ली एनसीआर से आने वाले भक्तों का तांता लगता चला गया। भव्य व विशाल पंडाल के मुख्य गेट पर पंडित डॉ. अरविंद जैन शास्त्री आदर्श के सान्निध्य में ध्वजारोहण तरुण जैन (अमेरिका) व अन्य साथियों ने किया। भव्य मंच का उद्घाटन गुड़गांव से आए विनय जैन व समाज के अन्य साथियों ने उत्साहपूर्वक किया।
विशाल पंडाल में हजारों की संख्या में श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति में पंडित अरविंद जी ने सामूहिक पूजन, अभिषेक व शांतिधारा संपन्न कराई। समारोह में देश भर से हजारों श्रद्धालुओं ने शिखरजी के लिये इस कार्यक्रम में उत्सहापूर्वक भाग लिया।
महाअर्चना के लिए तरुण जैन अमेरिका, मधु जैन कनाडा, संदीप जैन गुड़गांव, विनय जैन गुड़गांव, दीपिका जैन ग्वालियर ने प्रमुख मंगल कलश तथा ग्यारह अन्य बंधुओं ने छोटे कलश लिए। गगन विहार समाज ने आचार्य विराग सागरजी के चित्र का अनावरण तो गुड़गांव समाज ने दीप प्रज्ज्वलित किया। संघस्थ मुनि श्री विजयेश सागरजी का विशेष निर्देशन रहा। ब्र. नीतू, प्रियंका का सहयोग रहा तथा रीना दीदी का कार्य सराहनीय था, जिसकी समाज में चहुं ओर प्रशंसा है। मुनि श्री विजयेश सागरजी ने भी शिखरजी की प्राचीनता और महानता का वर्णन करते हुए उसे पवित्र तीर्थ घोषित कराने की मांग की।
इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित आचार्य डॉ. लोकेश मुनिजी ने कहा कि इस विषय पर पूरा जैन समाज एकजुट है। सरकार इसे शीघ्र ही पवित्र तीर्थ घोषित, सरकार के पास 31 मार्च तक का समय है, यदि तब तक घोषणा नहीं होती, तो समाज देश भर में बड़ा आंदोलन करेगी। हम गिरनार क्षेत्र भी लेगें। उनके साथ आए सनातन परंपरा के महंत बाबा कालीदास जी महाराज ने भी इस मांग का पुरजोर समर्थन किया।
चांदनी चौक क्षेत्र के सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि शिखरजी तो वास्तव में है ही पवित्र तीर्थक्षेत्र, इसमें कोई कन्फ्यूजन नहीं है। उसे शीघ्र ही पवित्र तीर्थ घोषित कराएंगे। मुझमें तो जैन संतों के संस्कार बचपन से ही हैं, इनकी दीक्षा, तपस्या व पदविहार सभी वंदनीय है।
सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि हम संसद में इस विषय को उठाएंगे और झारखंड सरकार के नोटिफिकेशन को रद्द कराएंगे तथा शिखरजी की पवित्रता को नुकसान नहीं होने देंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम ने कहा कि सारी समाज की बात सरकार तक पहुंचा दी गई है, इस पर शीघ्र ही निर्णय होगा।
बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विजय सचदेवा ने कहा कि हमारा समाज और देश तभी तक जीवित है, जब तक धर्म और संस्कृति जिन्दा है। आपकी बात सरकार तक पहुंचा दी गई है शीघ्र ही इसका परिणाम देखने को मिलेगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि जैन समाज पूरे देश में समाज सेवा के सबसे अधिक कार्य करता है, जिसका लाभ पूरा समाज उठाता है, हम खैरात नहीं मांगते, शिखरजी का पूरा पहाड़ हमारे लिए पूजनीय है, हमने मोर पंख, अल्पसंख्यक मामलों में सरकार से टक्कर लेकर समाज का कार्य कराया है, इस कार्य में जहां समाज का पसीना बहेगा वहां मैं खून देने को तैयार रहूंगा।
विधायक अनिल वाजपेयी ने कहा कि इस लड़ाई में मैं आपके साथ हूं, मैंने इस संबंध में मंत्रियों को पत्र लिखे हैं, शिखरजी पवित्र तीर्थ ही रहेगा। श्री श्री रविशंकर जी ने कनाडा प्रवास के कारण अपने शिष्य राजेश गुप्ता को भेजकर मुनि श्री विहर्ष सागरजी को पूरा समर्थन दिया।
महासभाध्यक्ष गजराज जैन गंगवाल ने बताया कि अभी हमारा शिष्टमंडल लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला जी से मिला था, हमने उनको शिखरजी के विषय में पूरी जानकारी दी जिसे उन्होंने ध्यानपूर्वक सुना और तुरंत ही फोन करके जानकारी ली, उन्होंने आश्वासन दिया कि इस संबंध में शीघ्र ही उचित कार्रवाई की जाएगी। (शेष पृष्ठ 4 पर)
पृष्ठ 1 का शेष
जैन समाज दिल्ली के अध्यक्ष चक्रेश जैन ने कहा कि शिखरजी हमारा है, सबको पता है, इसे कोई नहीं छीन सकता। समाज ने देश के लिए बहुत काम किया है। विश्व जैन संगठन के संजय जैन ने शिखरजी के बारें में वस्तुस्थिति की पूरी जानकारी देते हुए गर्जना की कि यदि 31 मार्च तक पवित्र तीर्थ घोषित नहीं किया जाता, तो हम देश भर में जोर-शोर से आंदोलन शुरू करेंगें।
भारतीय जैन मिलन के संरक्षक विजय कुमार ने कहा कि शिखरजी मथुरा, स्वर्ण मंदिर की तरह पवित्र है।
रितुराज जैन ने कहा कि शिखरजी हमारा पवित्र तीर्थ था, है और रहेगा। हमारी लड़ाई जारी रहेगी, हम गिरनार भी लेकर रहेंगें।
महासमिति अध्यक्ष मणींद्र जैन ने कहा कि हम सभी देव, शास्त्र, गुरु के उपासक हैं, हम संकल्प करते हैं कि जब तक शिखरजी पवित्र क्षेत्र घोषित नहीं किया जाता हम चैन से नहीं बैठेंगे।
पंजाब केसरी के कार्यकारी अध्यक्ष स्वदेश भूषण जैन ने कहा कि शिखरजी हमारी आत्मा है, पवित्र क्षेत्र घोषित करने के अलावा हमें अन्य कोई निर्णय स्वीकार नहीं है। आदिनाथ चैनल के पवन जैन गोधा, जमना लाल हपावत, सहयोग के अध्यक्ष मनोज जैन, प्रद्युम्न जैन, शरद कासलीवाल, प्रमोद जैन-लेजर, जिनवाणी चैनल के नीरज जैन, पं. अशोक जैन धीरज, पं. संतोष जैन सिंघई आदि ने भी इसे शीघ्र ही पवित्र तीर्थ क्षेत्र घोषित करने की मांग की। इस अवसर पर विदेशों से भी अनेक व्यक्ति पहुंचे।
ब्र. डॉ.सुरेश जैन बने विश्वहर्ष सागर
इस अवसर पर मुनि श्री विहर्ष सागरजी ने आगरा निवासी डा. सुरेश जैन को विधि-विधान पूर्वक मंत्रोच्चारण के साथ दिगंबर मुनि दीक्षा प्रदान की। नवीन पिच्छी व कमंडल भेंट कर उनका नया नाम मुनि श्री विश्वहर्ष सागर रखा गया। नवीन मुनि श्री की जयजयकार से वातावरण गूंज उठा। मुनि दीक्षा का यह अद्भुत और त्याग तपस्या की पराकाष्ठा का अविरल दृश्य देखकर हजारों आंखें नम हो गई।
मुनि श्री अनुमान सागरजी ने कहा कि हमे जैन कुल भगवान बनने के लिए ही मिला है। दीक्षा के परिणाम बड़े पुण्य से होते हैं, यह सबसे बड़ा आश्चर्य है। दिगंबर साधु के दर्शन बड़े दुर्लभ होते हैं।
पूरे समारोह को आदिनाथ, जिनवाणी, पारस, वीएसपी, चैनल महालक्ष्मी व अन्य कई चैनलों ने कवर किया जिसे दुनिया भर में लाखों-करोड़ों लोगों ने देखा। इन सबके प्रतिनिधियों तथा शरद जैन, प्रवीन जैन, अपराजिता जैन व नवभारत टाइम्स के रमेश चंद्र जैन ने पूरे समय कवर करके मुनि संघ को भावभीनी विनयांजलि अर्पित की और शिखरजी के आंदोलन को पुरजोर समर्थन दिया।
गरिमापूर्ण संचालन : समारोह का गरिमापूर्ण संचालन करते हुए डॉ. श्रेयांस जैन-बड़ौत, श्री बिजेंद्र जैन ने शिखरजी के लिए अपना पूरा समर्थन प्रदान किया। लोकप्रिय भजन गायक रूपेश जैन जब- जागो, चेतो, उठो जैनियों हो जाओ तैयार, कहीं सम्मेदशिखरजी भी न बन जाए दूजा गिरनार। गाया तो हजारों दर्शक उसके साथ-साथ भजन गाते हुए झूम उठे।
स्याद्वाद युवा क्लब की कुशल व्यवस्था रही। क्लब के युवा सदस्यों द्वारा अनुशासनबद्ध तरीके से अभिषेक, रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पूरे समय मुस्तैद रहना, भोजन व्यवस्था तथा मंच पर भी पूरा सहयोग मिला। यूं कह सकते हैं जो कार्य कहा, वह बखूबी निभाया। इसके लिये स्याद्वाद क्लब के अध्यक्ष शैलेष भाई विशेष अभिनंदन के पात्र हैं।
बस व्यवस्था में ज्योति नगर से नितिन जैन ने दिल्ली की अनेक कालोनियों से आने वाली बसों का तालमेल किया तो अ.भा. जैन मिलन मेरठ, बड़ौत, खतौली, आगरा, भिंड आदि अनेक जगहों से बसे लाया।
पूजन सामग्री व्यवस्था बनाने में कैलाश नगर से श्री सुभाष जैन भगत जी, दीपक जैन यमुना विहार एवं जैनम् फाउंडेशन का योगदान रहा।
मंच-टैंट आदि की व्यवस्था ज्योति नगर के रविन्द्र जी ने संभाली तो आवास व्यवस्था में बृजमोहनजी, सतेन्द्र जैन कवि, अजय जैन, शंटी आदि ने सहयोग दिया। अन्य व्यवस्थाओं में टीटू भाई, अतुल जैन समेत अनेक लोगों ने सहयोग दिया।
श्रमण संघ की आहारचर्या में पुनीत जैन लालमंदिर मैनेजर, प्रदीप-संजय जैन यमुना विहार आदि ने अच्छी व्यवस्था की।
लालमंदिर कमेटी का प्रमुख कार्य रहा। उन्होंने यात्रियों के लिये आवास, भोजन आदि की व्यवस्थायें बनाई। श्री चक्रेश जैन अध्यक्ष एवं मैनेजर पुनीत जैन ने सभी चीजों का विशेष ध्यान रखा। पूजा अर्चना के लिये बर्तनों के सैटों की व्यवस्था लालमंदिरजी एवं बड़ागांव त्रिलोकतीर्थ कमेटी ने की।
मीडिया का कार्य शरद जैन - प्रवीन जैन सान्ध्य महालक्ष्मी एवं टीूनी जैन, पंकज जैन (पारस), प्रियांग जैन, सुनील जैन (यमुनापार दिगंबर जैन समाज दिल्ली रजि. के महामंत्री) ने बखूबी निभाया। राजनीतिक हस्तियों से तालमेल करने में श्री प्रशांत कुमार गांधी नगर, टीनू जैन आदि लोगों का सहयोग मिला।
समारोह के संयोजन में श्री महावीर निर्वाण महोत्सव समिति, यमुनापार दिगंबर जैन समाज दिल्ली (रजि.), भारतीय जैन मिलन, लालमंदिर कमेटी, जैन समाज जैकबपुरा गुरूग्राम, अ. भा. दि. जैन महासभा, अ.भा. दि. जैन महासमिति, भा. दि. जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी, दि. जैन ग्लोबल महासभा, दि. जैन शास्त्री परिषद, स्याद्वाद युवा क्लब, युवा परिषद, सान्ध्य महालक्ष्मी/ चैनल महालक्ष्मी आदि संगठनों, महिला संगठनों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
प्रस्तुति: रमेश जैन / प्रवीन कु. जैन
No comments:
Post a Comment