डॉक्टर मीरा गौतम और डॉक्टर नीलम जैन तुलसीदास कृत 'रामचरितमानस' की चौपाईयों का अनुवाद हिन्दी की ठेठ खड़ीबोली में करेंगी.
' श्री रामचरित भवन ' ह्यूस्टन अमेरिका से मिली जानकारी के मुताबिक संस्था के अध्यक्ष श्री ओम गुप्ता जी ने यह दायित्त्व उन्हें सौंपा है.हिन्दी की यह ठेठ खड़ीबोली पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मुज़फ्फरनगर, खतौली, शामली ,बड़ौत,बागपत और मेरठ जनपदों में बहुतायत से बोली जाती है. विदित हो कि ' मानस ' की चयनित 1008 चौपाईयों का अनुवाद अवधी,बॉंग्ला, भोजपुरी ,तेलुगू आदि भारत की प्रांतीय बोली में हो चुका है
अध्यक्ष श्री ओम गुप्ता जी ने इस अनुवाद कार्य का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए बताया कि 'रामचरितमानस' विश्व की महान कृति है. यह सामाजिक सम्बन्धों का इनसाईक्लोपीडिया है.उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में युवापीढ़ी इस महान ग्रंथ के प्रति जिग्यासु हो और इसके सही मर्म को आत्मसात करे.
प्रोफेसर मीरा गौतम और डॉक्टर नीलम जैन ने इस अनुवाद-कर्म की सहर्ष स्वीकृति दे दी है.
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