माँ सम और नहीं कोई दूजा
क्यों करते हो किसी और की पूजा।
माँ ही आदी माँ ही अनादि
माँ निर्गुण माँ गुणों की खान
माँ सत्य माँ मुक्तिधाम
माँ चरण सम सुख नहीं दूजा
क्यों करते हो किसी और की पूजा।
माँ सम और नहीं कोई दूजा...
माँ ही वंदन माँ ही चंदन
माँ करुणा माँ कृपानिधान
माँ जादू माँ शक्तिमान
माँ सीख सम धन नहीं दूजा
क्यों करते हो किसी और की पूजा।
माँ सम और नहीं कोई दूजा - - -
माँ ही प्रेम माँ ही ईश्वर
माँ अमृत माँ जीवन ज्योति
माँ शून्य माँ पूर्ण विराम
माँ आँचल सम छतर नहीं दूजा
क्यों करते हो किसी और की पूजा।
माँ सम और नहीं कोई दूजा - - -
राजेन्द्र शर्मा
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