तीर्थ क्षेत्र चंद्रगिरी डोंगरगढ़ की पावण पुण्यधरोवर में प्रथम बार क्षुल्लक दीक्षा
संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर जी महामुनिराज के कर कमलों से आज डोंगरगढ़,(छग) में बारामती, महाराष्ट्र निवासी 98 वर्षीय ब्र.वालचंद काका संघवी(दशम प्रतिमाधारी आल्हादसागर जी) की क्षुल्लक दीक्षा सम्पन्न हुई,आपकी विगत डेढ़ माह से क्षेत्र पर सल्लेखना चल रही है।
क्षुल्लक श्री आल्हादसागरजी पुर्वाश्रमी का नाम श्री वालचंदजी काका संघवी बारामती के रहनेवाले कुंथलगिरी (महाराष्ट्र) क्षेत्र के ट्रस्टी में रहकर कुंथलगीरी क्षेत्र के विकास मे बहोत बडा योगदान रहा है..
अपणे जिवन का आखरी पडाव ओ गुरुवर विद्यासागरजी के चरणो मे रहना चाहते थे और वैसी ही हुआ....
विगत 42 दिन से चंद्रगिरी में सल्लेखनारत है
18 दिन से ओ सिर्फ जल ही ग्रहन कर रहे है
साभार- विद्याधर पाटील
संकलन-शांति विद्या धर्म प्रभावना संघ
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