💐मोबाइल हमारे लिए वरदान या अभिशाप 💐
आज हमारे जीवन में मोबाइल जरूरत बन गया है।
आज इस टैक्नोलॉजी के कारण हम घर बैठे अपने वालो से बात कर सकते है विडियो के माध्यम से बहार बैठे बच्चों को कही भी हो एक दुसरे को देख सकते है बात कर सकते है।
जब मोबाइल नही था उस वक्त सिर्फ एक पत्र ओर टेलीग्राम का ही साधन था जिससे संदेश आने में 8,10 दिन लग जाते थे दुख सुख से हम परे रहते थे अब मोबाइल आने से एक एक सेंकड की खबर हमें परिवार दोस्तों की सुख दुख की खबर मिल जाती है।
आज के जमाने में इतना नेटवर्क फैला हुआ है की हम आराम से घर बैठे खरिदारी कर सकते है।
अब न नल बिजली आदी का बिल भरने आफिस नही जाना पड़ता है मोबाइल से ही पैमेंट हो जाता है।
हर तरह की बैकिंग सेवा मोबाइल के थ्रू हो जाती है। ं
अब रेडियों सुनने की भी जरुरत नही पडती आपको मोबाइल पर हर तरह के गीत, गजल भजन, कविता हर तरह का संगीत भी सुनने को मिल जाता है।
अगर आप 24 घंटे मोबाइल पर लगे रहते हैं तो मानव शरीर को बहुत सारी बीमारियां हो सकती है।
मोबाइल फोन से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विक्की कारण आपको नुकसान पहुंचा देगा।
इसके अलावा मोबाइल का अधिक इस्तेमाल आपको मानसिक रोगी कैंसर ब्रेन ट्यूमर डायबिटीज हृदय रोग आदि कई बीमारियां दे सकता है।
मोबाइल से यह नुकसान भी है कि लोग अधिकतर अपनी गोपनील जानकारियां भी सेव कर लेते हैं जो कि गलत है।
आजकल लोग इतने चतुर हो गए हैं की आपके गोपनीय जानकारियां को भी वह चुरा सकते हैं।
मोबाइल के कारण आजकल यूट्यूब पर इतने गंदे गंदे मैसेज गंदे गंदे वीडियो जो आते हैं इससे बच्चों के शारीरिक मानसिक पर असर पड़ता है और बच्चे उसी राह को पकड़ लेते हैं और बिगड़ जाते हैं।
ऐसे कई गेम भी है जो उनकी जान को भी जोखिम में डाल देते है।
आजकल मोबाइल से सबसे बड़ा नुकसान यह है की किसी का भी फोटो किसी के भी चेहरे से एडिट कर देते है बदनाम करने के लिए ब्लेक मेकिगं करने के लिए
। मोबाइल फोन हमेशा अपने जेब में साथ में सट्टा कर नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे निकलने वाले रेडिएशन से मानव शरीर को नुकसान होता है। मोबाइल के कारण छात्रों की पढ़ाई लिखाई बहुत कमजोर हो रही है विशेष कर गणित में ना बच्चे पहाड़ी सीख पाते हैं ना जोड़ जोड़ घटाव भाग सीख पाते हैं क्योंकि मोबाइल में कैलकुलेटर होता है। मोबाइल के कारण आजकल के बच्चे गणित में विशेष कमजोर होते जा रहे हैं।
एक मोबाइल के कारण फिजूल खर्च भी बढ़ गया है पहले बैंक जाकर बाकायदा पैसे निकालते थे देते थे तो ध्यान रहता था कितना सेविंग है अब बस नेट पर पेमेंट कर देते हे शॉपिंग करने जाते हैं तो ध्यान ही नहीं रहता है बस नेट पेमेंट कर दिया उस चक्कर में फालतू सामान भी खरिदने लेते है।
मोबाइल का प्रयोग सोच समझ के विवेक से करना चाहिए जिससे हमारे मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य के लिए परेशानी का सबब न बने। ऐसे मोबाइल से लाभ काफी है और नुकसान भी अगर मोबाइल का सही इस्तेमाल किया जाए तो कुछ कारणों को छोड़कर मोबाइल वरदान है।
प्रभा तिवारी
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