डॉ. प्रतिभा जैन के जैन नाटक- 'महाश्रमण चंद्रगुप्त मौर्य ' को साहित्य कला परिषद दिल्ली द्वारा आयोजित 'मोहन राकेश नाटक प्रतियोगिता में 2023 का पुरस्कार मिला है यह हम सभी के लिए गौरव का विषय है इस नाटक में चंद्रगुप्त मौर्य द्वारा महामुनि भद्रबाहु के सानिध्य में जैन धर्म स्वीकार कर श्रमण बनने की तथा श्रवण बेलगोला के चंद्र गिरी पर्वत पर समाधि-मरण लेने की कथा है
जिसे मेगास्थनीज की 'इंडिका' जैन ग्रंथ' परिशिष्ट पर्वन'... .राजवली कथे' आदि के द्वारा प्रमाणित कथा को नाट्य प्रवाह के अनुकूल रचा गया है इसका मंचन प्रख्यात निर्देशिका भारतीय शर्मा के निर्देशन में दिल्ली के 'कमानी ऑडिटोरियम' में किया गया है
जैन सिद्धांतों से परिपूर्ण यह नाटक बहुत चर्चित रहा चक्रवर्ती सम्राट का जैन-मुनि बनना दर्शकों के लिए नया और कौतूहल बढ़ाने वाला विषय था
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